वाराणसी के SDM कोर्ट का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट किया गया. करीब 1 मिनट 17 सेकंड के इस वीडियो के साथ लिखा है कि 'अब SDM साहब को कौन न्याय दिलाएगा? जब जज की कुर्सी पर बैठे SDM साहब का ये हाल है तो अधीनस्थों का क्या होगा?
वायरल वीडियो वाराणसी SDM कोर्ट का बताया जा रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 17 जुलाई को 10:38 बजे पोस्ट किए गए वीडियो के जवाब में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के गोमती जोन ने X पर कहा कि 'उक्त मामले में राजातालाब थाने की पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.
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दरअसल, जब आजतक ने पूरे मामले को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के गोमती जोन के डीसीपी मनीष सांडिल्य से बात की तो उन्होंने बताया कि घटना वाराणसी के राजातालाब तहसील के SDM (न्यायिक) की कोर्ट में हुई है. हालांकि, 9 जुलाई 2024 को शिकायत मिली कि घटना एसडीएम (न्यायिक) के साथ नहीं बल्कि उनके पेशकार प्रशांत कुमार सोनकर के साथ हुई है.
घटना के बाद वकीलों ने जताया था विरोध
इसके बाद राजातालाब थाने में सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. इसमें मारपीट के अलावा एससी-एसटी की धाराएं भी शामिल हैं. इसमें चार अधिवक्ता और एक अन्य शामिल हैं. मामले की जांच की जा रही है. इस घटना के बाद वकीलों ने विरोध भी जताया.
देखें वीडियो...
पीड़ित प्रशांत ने शिकायत में कही ये बात
वहीं, पीड़ित एसडीएम (न्यायिक) पेशकार प्रशांत कुमार सोनकर द्वारा वाराणसी के राजातालाब थाने में दी गई तहरीर के अनुसार, सेवा में, उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (न्यायिक) राजातालाब वाराणसी. महोदया, सादर सूचित किया जाता है कि मैं न्यायालय में बैठकर पेशकार पुस्तिका का रखरखाव कर रहा था. इसी समय करीब 11 बजे तहसील बार राजातालाब के अधिवक्ता सर्वजीत भारद्वाज न्यायालय में आए और मुझसे बहस करने लगे.
जबरदस्ती अपने पक्ष में आदेश कराने का दबाव
इस दौरान मुझे उनके जूनियर अधिवक्ता मनोज भारद्वाज, मनोज राजभर, राकेश राजभर और उनके साथ आए कई अन्य अधिवक्ताओं ने मुझे बुरी तरह से मारा पीटा. इससे मेरे कान से खून बहने लगा और मैं बेहोश हो गया. इससे पहले भी अधिवक्ता सर्वजीत भारद्वाज द्वारा कई फाइलों में जबरदस्ती अपने पक्ष में आदेश कराने का दबाव बनाया जा चुका है.
जूनियर अधिवक्ताओं के साथ मिलकर की मारपीट
इसके अलावा यह भी अवगत कराना है कि मनोज भारद्वाज ने फोन पर भी मेरे साथ गाली-गलौज की है. मारपीट करने की धमकी भी दी है. इस संबंध में पीओ द्वारा अधिवक्ता सर्वजीत को अनावश्यक रूप से मुझ पर दबाव बनाने से मना किया गया था और उन्हें समझाया भी गया था. इसके बावजूद भी वे अपने जूनियर अधिवक्ताओं के साथ कोर्ट में आए और मेरे साथ मारपीट की.
गाली-गलौज और जातिसूचक शब्दों का किया प्रयोग
साथ ही गाली-गलौज की और जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया. अतः अनुरोध है कि उपरोक्त घटना के मद्देनजर अधिवक्ता सर्वजीत भारद्वाज, अधिवक्ता तहसील बार एसोसिएशन राजातालाब वाराणसी और उनके जूनियर अधिवक्ता मनोज भारद्वाज, मनोज राजभर व राकेश राजभर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कृपा करें.